कोविद १९ के कारन भारत की कंपनी एम्प्लोयी को निकाल रही है. ना गोवेर्मेंट कुछ कर पा रही है और हमारे भारत के अदालत ने कर्मचारियों को पूरी सैलरी देने पे रोक लगा दिया है | कोविद १९ के कारन भारत की कंपनी एम्प्लोयी को निकाल रही है. ना गोवेर्मेंट कुछ कह प् रही है और हमारे भारत के अदालत ने कहा है की कंपनियों के खिलाफ कोई केस नहीं होगा | क्या अदालत की जिम्दारी नहीं है हम एम्प्लोयी के बारे में सोचना हम भारत के नहीं है क्या हमारे पेट नहीं है, क्या हमे भूख नहीं लगती | जब कंपनी २ महीने तक हमरे खिला नहीं सकती तो वो कैसे हमे फोर्स कर सकती है की हम एक्स्ट्रा वर्क करे | और जब हम छुट्टी ले लेते है तो उस दिन की सैलरी कट हो जाती है कंपनी ज्वाइन कर लिया तो घर का काम भूल जाये | अगर कंपनी हमे १/२ सैलरी देती तो कम से कम हम अपना पेट तो भर लेते | में अपनी बात करता हु मेरा १५००० EMI जाता है कंपनी मार्च अप्रैल मई ३ महीने काम लिया ,सैलरी नहीं दिया अब कैसे में बैंक को पैसा दू क्या कोर्ट को ये नहीं दिखा कम से कम कुछ मंथ के EMI ही मांफ कर देती की अदालत का सब कुछ प्राइवेट कंपनी ही है | ना कोई हेल्प लाइन नंबर है की आप अपनी EMI मांफ करा सके कुकी EMI मांफ हो गयी तो गोवेर्मेंट एंड RBI के पॉकेट में पैसा कैसे जाएंगे
१ जून से बैंक अले कॉल करेंगे की आपका एमी बाकि है अब अदालत ये बताये की हम अपना पेट भरे की चले एमी कंपनी ने तो पैसा देने से मना कर दिया आपका फैसला सुने के |

All company chor hai
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